बांग्लादेशः बीएनपी का भारत विरोधी मार्च, 15 हजार प्रदर्शनकारियों को रोका
बांग्लादेश में भारत विरोध की सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व पीएम खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) से जुड़े 3 संगठनों ने रविवार को भारत के खिलाफ सबसे बड़े प्रदर्शन का आह्वान किया। बीएनपी के जातियतावादी छात्र दल, जुबो दल और स्वेच्छा सेबक दल के 15 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय पर सुबह 10 बजे एकत्रित हुए। इसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। बीएनपी के कार्यकर्ता भारत के अगरतला में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग में घुसपैठ और बांग्लादेश के खिलाफ भड़काऊ प्रचार के विरोध में मार्च के लिए एकत्रित हुए।
इस दौरान बीएनपी से जुड़े तीनों संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का भी ऐलान किया। इसके बाद जब बीएनपी का मार्च भारतीय दूतावास की ओर बढ़ा तो पहले से मौजूद पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों का रास्ता रोक लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। हालांकि, बाद में संगठनों के प्रतिनिधियों ने भारतीय उच्चायोग पहुंचकर एक ज्ञापन दिया।
भारतीय विदेश सचिव की बांग्लादेश यात्रा आज, कई नेताओं से मिलेंगे
भारत और बांग्लादेश के बीच विदेश सचिव की वार्ता आज
भारतीय दूतावास की ओर जा रहे प्रदर्शनकारियों को रोकती पुलिस। 5 अगस्त के बाद के भारत-बांग्लादेश के बीच तनावपूर्ण संबंधों के समाधान के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री सोमवार को बांग्लादेश आ रहे हैं, जहां वे आपसी चिंताओं को दूर करने के लिए विदेश सचिव स्तर की वार्ता में भाग लेने के अलावा कई बैठकें करेंगे। इसी बीच, बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने भारत के साथ संबंधों को बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया है और मुद्दों को सीधे संबोधित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
चटगांव में चिन्मय प्रभु के खिलाफ एक और केस दर्ज
बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोत संगठन के प्रवक्ता चिन्मय प्रभु और उनके अनुयायियों के खिलाफ एक ओर केस दर्ज किया गया है। यह शिकायत रविवार सुबह चटगांव मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मोहम्मद अबू बकर सिद्दीकी की कोरिट में हिफाजत-ए-इस्लाम बांग्लादेश के कार्यकर्ता इनामुल हक ने दर्ज कराई है। इस मामले में चिन्मय प्रभु को मुख्य आरोपी बनाया है। इसके अलावा 164 पहचाने गए व्यक्तियों और अनुमानित 400 से 500 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
कोलकाता में ढाकाई साड़ियां जलाईं, त्रिपुरा में टूर बुकिंग बंद हुई
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर कथित अत्याचारों के विरोध में रविवार को भारत में भी कई शहरों में प्रदर्शन हुए। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बड़ा प्रदर्शन हुआ। जहां प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश की ढाकाई जामदानी साड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बांग्लादेश के उत्पादों का बहिष्कार होना चाहिए। जम्मू-कश्मीर के सांबा, यूपी के गाजियाबाद और मुरादाबाद व हिमाचल प्रदेश के शिमला में भी प्रदर्शन हुए।
वहीं, त्रिपुरा के होटलों ने बांग्लादेशी नागरिकों को सेवाएं देने से किया इनकार करते हुए कहा कि वे बांग्लादेश से कोई नई बुकिंग स्वीकार नहीं करेंगे।
उधर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि श्रीभूमि जिले में एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ लिया गया और उसे पड़ोसी देश वापस भेज दिया गया।
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